किसी के जीवन में टेंशन आया उसकी शान्ति नष्ट हो गयी , संगदोष में वो आ गया संग ने कहा अरे ! शराब पी लो , सब ठीक हो जायेगा ! तेरा टेंशन दूर हो जायेगा ! वह व्यक्त्ति शराब पीता है ! शराब पीने के बाद , ये पहली प्रक्रिया शुरू हुई अशुद्धिकरण की ! और अब दूसरे दिन जैसे ही कोई मन की परेशानी बढ़ती है वो सोचता है कि थोड़ी सी शराब पी लेता तो मूड अच्छा हो जायेगा ! अर्थात् मन गया कहाँ ? अशुद्धि के मार्ग पर