एक व्यक्त्ति के पास बहुत ही हिष्ट-पुष्ट घोड़ा था ! लेकिन कोई उस घोड़े को वश नहीं कर पाता था ! कई राज्यों से गुज़रते हुए वह जब एक राज्य में आया तो राजा को खबर मिली कि एक बहुत ही हिष्ट-पुष्ट घोड़ा है लेकिन वश में नहीं होता ! जो उसको वश में करेगा उसको वो घोड़ा फ्री में मिल जाऐगा ! राजा ने ऐसे ही एक भरे मैदान के अन्दर अपने उस्तादों को बुलाया और कहा कि जो घोड़े को वश में करेगा उसको राजा की तरफ से भी इनाम मिलेगा !
पार्वती जी ने भगवान शिव से कहा कि, प्रभु इनकी हालत सुधार दो ! तो भगवान शिव बोले की वह अपने कर्मो के कारण ऐसे है ;उन्होने बहुत बार देने की कोशिश की है !