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शरद पूर्णिमा दिलाती सतयुगी उपहार

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Sharad Purnima Poem in hIndi
Sharad Purnima Poem in hIndi

अश्विन मास की पूर्णिमा में मौसम है खुशगंवार
16 कला युक्त चन्द्रमा शीतलता का देता उपहार
शरद ऋतू की चांदनी करती नव ऊर्जा का संचार
मुबारक हो आपको शरद पूर्णिमा का त्यौहार

चन्द्रमा के साथ लक्ष्मी को अर्पण करते खीर व सुमन
चंद्र किरणों से बन जाती अमृत, खिल उठते तन-मन
शरद पूर्णिमा से होता शीत ऋतू का सुन्दर आगमन
चंद्र समान शीतल बनाने वाले शिव को शत-शत नमन

राधा-कृष्ण की रासलीला को दिल में संजोये
उनके प्रति अथाह प्यार को यादों में पिरोये
चंद्रग्रहण के सूतक की बिना किये परवाह
सबको सर्वप्राप्ति संपन्न बनायें शिव अथाह

SHarad Purnima

जिनका किया जन्म-जन्मांतर वंदन व पूजन
जिन्हें बुला-बुलाकर सजल कर लिए नयन
वही शिव अपना शान्तिधाम छोड़, लिये ब्रह्मा तन
उनके हीरे तुल्य ज्ञान का करें विचार सागर मंथन

उनकी आनंदमयी याद से नैनों में बरस रहा अमृत
उनकी ज्ञान संजीवनी देती मूर्छित आत्माओं को हिम्मत
याद की शक्ति, धारणा की अभिव्यक्ति से पूर्ण होती चाह
आती सतयुगी दुनिया दूध घी की नदियाँ व धन होता अथाह

परमपिता शिव परमात्मा के साथ से छा जाती अरुणिमा
मुबारक हो सतयुगी उपहार देने वाली शरद पूर्णिमा


बीके योगेश कुमार, नई दिल्ली