E.20 स्वधर्म सुख का आधार और परधर्म दुःख का कारण है

मान लो सब कुछ हो लेकिन शान्ति ही न हो तो वो जीवन कैसे होगा ? टेंशन से भरा होगा ! इसमें से एक गुण भी कम हो जाए, जैसे शरीर के पाँच तत्वों में से एक भी कम हो जाए तो कैसी बेचैनी होती है !