भगवान महावीर और अहिंसा

क्रोध मूर्ख को ही होता है, ज्ञानियों को नहीं। इसलिए कहा गया है की अहंकार शून्य होने पर व्यक्ति परमात्मा का साक्षात्कार कर लेता है।