मातृ शक्ति – स्वर्ग का आधार (कविता)

ये हैं हमारी प्रथम गुरु, ईश्वर की रचना प्रथमसंतान के कल्याणार्थ निभाती भूमिका अहम्जीवन में सबसे बड़ा भाग्य है माँ का होनामाँ की दुआओं से होता